Shiv chaisa Secrets
Shiv chaisa Secrets
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अस्तुति चालीसा शिवहि, पूर्ण कीन कल्याण॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
Devotees who chant these verses with intense really like turn out to be prosperous through the grace of Lord Shiva. Even the childless wishing to possess young children, have their dreams fulfilled just after partaking of Shiva-prasad with faith and devotion.
ईश्वर ने मेरे भाग्य में क्या लिखा है - प्रेरक कहानी
भगवान शिव जी की चालीसा के बोल निचे दिए गए हैं। श्री शिव चालीसा प्रारम्भ।
कर त्रिशूल सोहत छवि भारी। करत सदा शत्रुन क्षयकारी॥
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
अर्थ: हे प्रभू आपके समान दानी और कोई नहीं है, सेवक आपकी सदा से प्रार्थना करते आए हैं। हे प्रभु आपका भेद सिर्फ आप ही जानते हैं, क्योंकि आप अनादि काल से विद्यमान हैं, आपके बारे में वर्णन नहीं किया जा सकता है, आप अकथ हैं। आपकी महिमा का गान करने में तो वेद भी समर्थ नहीं हैं।
पुत्र होन कर इच्छा जोई। निश्चय शिव प्रसाद तेहि होई॥
संकट से मोहि आन उबारो ॥ मात-पिता भ्राता सब होई ।
श्रावण मास विशेष : शिव बिल्वाष्टकम् का पाठ,देगा मनचाहा लाभ
शनिदेव मैं सुमिरौं तोही। विद्या बुद्धि ज्ञान दो मोही॥ तुम्हरो नाम अनेक बखानौं। क्षुद्रबुद्धि मैं जो कुछ जानौं॥
So, we see that chanting of Shiva Chalisa is drastically effective for that devotees. more info It truly is undoubtedly the simplest strategy to get the blessings of Lord Shiva. Also, chanting of Shiva Chalisa might be carried out by both equally Adult males and women of all ages.
नमो नमो जय नमः शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥